देवरहा बाबा, एक अद्वितीय आत्मा जिन्होंने अपनी जीवनयात्रा में आध्यात्मिकता और साधना की ऊँचाइयों को छूने का प्रयास किया। उन्हें पूरे देश में श्रद्धाभक्ति और समर्थन का हिस्सा माना गया है, और उनकी फोटो विभिन्न सामाजिक और आध्यात्मिक घटनाओं में प्रमुख भूमिका निभाती है। प्रमुख राजनेताओं, पूर्व प्रधानमंत्रियों और आम जनता के बीच उनकी श्रद्धा और सम्मान का आदान-प्रदान है, जिसे दर्शनीय है कि उनकी फोटो ‘प्राण प्रतिष्ठा’ निमंत्रण पत्र पर उत्कृष्ट स्थान पाती है।
देवरहा बाबा :
देवरहा बाबा का असली नाम नेताजी भारती था, जिन्होंने अपने जीवन को आध्यात्मिक अनुष्ठान, ध्यान और सेवा में समर्पित किया। उनका जन्म सन् १८९९ में हुआ था और वे उत्तर प्रदेश के माथुरा जनपद के देवरहा गाँव में पैदा हुए थे। देवरहा बाबा ने अपने जीवन के समर्थन में किए जाने वाले कई कठिनाईयों और परिस्थितियों के बावजूद अपने उदार दृष्टिकोण और आध्यात्मिक ज्ञान के लिए मशहूर हुए।
उनका आध्यात्मिक साधना के क्षेत्र में विशेषज्ञता होने के कारण, देवरहा बाबा को विभिन्न धार्मिक और सामाजिक समूहों द्वारा मान्यता प्राप्त हुई। उनकी उपासना और साधना का परिणाम स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक फैल गया, और उन्होंने अपने शिष्यों को आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन किया।
देवरहा बाबा की शिक्षा और आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में उनकी अद्वितीय दृष्टिकोण ने उन्हें अद्वितीय बना दिया। उनका आध्यात्मिक संदेश और उनके शिष्यों के साथ बिताए गए समय ने उन्हें एक महान आध्यात्मिक गुरु बना दिया।
देवरहा बाबा का आध्यात्मिक संदेश विशेष रूप से ध्यान और साधना की महत्वपूर्णता पर केंद्रित था। उन्होंने अपने शिष्यों को मानव जीवन की उच्चता की.